लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद योगी सरकार अब अपराधियों और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाने जा रही है। सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में पत्थरबाजों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर लगाए जाएंगे और उनसे हुए नुकसान की वसूली भी की जाएगी।
संभल हिंसा में हुई वसूली: उत्तर प्रदेश सरकार के एक सरकारी प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि संभल में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसके लिए उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे, ताकि उनकी पहचान और गिरफ्तारी में मदद मिल सके। साथ ही, उन लोगों को इनाम भी दिया जाएगा, जो इन अपराधियों की गिरफ्तारी में पुलिस की मदद करेंगे।
पत्थरबाजी की सीसीटीवी फुटेज आई सामने: संभल में मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा और पत्थरबाजी की घटना हुई थी। सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि कई युवक पुलिस पर पथराव कर रहे हैं। इन युवकों ने अपने चेहरे कपड़ों से ढक रखे थे ताकि उनकी पहचान न हो सके। वीडियो में ये युवक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर लगातार पत्थर और ईंट फेंकते हुए नजर आ रहे हैं।
20 से अधिक गिरफ्तारियां: इस मामले में अब तक 20 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन गिरफ्तारियों में शामिल लोग पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर हमले कर रहे थे और यह घटना बड़े पैमाने पर हुई थी।
योगी सरकार का कड़ा फैसला: उत्तर प्रदेश सरकार ने पहले भी उपद्रवियों और अपराधियों के खिलाफ सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर लगाने और नुकसान की वसूली के लिए अध्यादेश जारी किया था। अब, संभल हिंसा के मामले में भी सरकार ने यही कदम उठाया है। इसके तहत उन लोगों की पहचान सार्वजनिक की जाएगी, जिन्होंने हिंसा और उपद्रव में भाग लिया, ताकि समाज से उनका बहिष्कार किया जा सके और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा सके।
योगी सरकार का यह कदम राज्य में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त संदेश देने के लिए उठाया गया है।
जनजीवन धीरे-धीरे हो रहा सामान्य: संभल में मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान भड़की हिंसा के दो दिन बाद मंगलवार को जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है. स्कूल फिर से खुल गए हैं और रोजमर्रा की जरूरत की चीजें बेचने वाली कई दुकानें फिर से खुल गई हैं. हालांकि, संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.